चीनी सामान का बहिष्कार करें
भारतीय हैं तो भारतीय सामान ही खरीदें
प्रिय देशवासियों चीनी सामान का लालच छोड़िये और स्वदेशी सामान अपनाइये। थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में आप जो चाइना का सामान खरीद रहें हैं उसका इस्तेमाल चीन कैसे करता है वो ऊपर दर्शाये गए चित्र में साफ़ साफ़ जाहिर है। चीन हमसे धन कमाकर उस धन का इस्तेमाल पाकिस्तान की सहायता करने में करता है। पकिस्तान का तो आपको पता ही है की वो क्या करता है और करता आया है। चीन की धृष्टता तो देखिये की वो स्पष्ट रूप से उन आतंकवादियों को बचाता आया है जो की भारत के खिलाफ हिंसक गतिविधियों में शामिल हैं। U N में भारत की पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ की गयी हर कोशिश को चीन ने नाकाम करने की पुरजोर कोशिश की है और अब तक वह इस काम में सफल भी होता रहा है। चीन के कारण ही भारत अभी तक Nuclear Supplier Group में भी शामिल नहीं हो पाया है। और तो और चीन तिब्बत और बलूचिस्तान में भी मानवाधिकारों के उल्लंघन में लिप्त है। क्या आप चाहेंगे की थोड़े पैसे बचाने के चक्कर में आप चीन की मदद करेंगे जो की हर तरह से भारत के खिलाफ कार्य करता है प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से। जरा ध्यान से सोचिये और हर उस चीनी सामान का बहिष्कार कीजिये जिसे आप रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करते रहे हैं। चीनी सामान खरीदना ऐसा है जैसे की हम खुद अपने हाथों से भारत के दुश्मनों को धन दे रहें हों। चीनी सामान खरीदकर भारत के दुश्मनों की मदद मत कीजिये।
कुछ चीनी ब्रांड्स के नाम निम्नलिखित हैं। यह सूची अभी पूर्ण नहीं है अगर कोई चीनी ब्रांड आपको इसमें नहीं दिखाई देता है तो कृपया मुझे बताएं मैं इस सूची में उसे शामिल करूँगा। यदि कोई इंडियन ब्रांड भी आपको इसमें दिखाई दे तो कृपया मुझे बताएं मैं उसे तुरंत इस सूची से हटाने की चेष्टा करूँगा।
कुछ चीनी ब्रांड्स के नाम निम्नलिखित हैं। यह सूची अभी पूर्ण नहीं है अगर कोई चीनी ब्रांड आपको इसमें नहीं दिखाई देता है तो कृपया मुझे बताएं मैं इस सूची में उसे शामिल करूँगा। यदि कोई इंडियन ब्रांड भी आपको इसमें दिखाई दे तो कृपया मुझे बताएं मैं उसे तुरंत इस सूची से हटाने की चेष्टा करूँगा।
- Huawei हवावे
- Coolpad कूलपैड
- Xiaomi शिओमी
- Lenovo लेनेवो
- Meizu मीज़ू
- Honor ऑनर
- QiKU क्विकू
- ZTE ज़ेड टी ई
- Vivo वीवो
- LeEco लेको
- Gionee ज़िओनी
- Haier हायर
उपरोक्त सूची के आलावा भी कई ऐसे छोटे मोटे सामान हैं जो कि हम रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल लाते हैं। उनका बहिष्कार करने में कृपया अपनी बुद्धि व विवेक का इस्तेमाल करें। आप चीनी सामान की पहचान "made in China" वाले छपाई से भी कर सकते हैं. प्रण कीजिये की आप त्योहारों पर चीनी डेकोरेटिव लाइट्स नहीं खरीदेंगे और चीनी पटाखे नहीं जलाएंगे। वैसे तो कोशिश होनी चाहिए की पटाखों की जगह आप किसी और वस्तु पर अपना धन खर्चें क्योकि पटाखे वायु प्रदुषण फैलाते हैं, परंतु मैं इस बहस में नहीं पड़कर सिर्फ आपसे यही कहूंगा कि कृपया मेड इन चाइना के प्रिंट पर ध्यान दें और पूरी कोशिश करें उसे न खरीदने की।
आपको शायद पता नहीं होगा परंतु ये चीनी सामान आपके लिए कई और तरह से भी नुकसानदायक हैं। चीनी LED (एल ई डी) लाइट्स और बल्बों को ही ले लीजिये ये कभी भी ख़राब होकर अचानक से ऐसी रौशनी फैंक सकते हैं जो कि आपकी आँखों के लिए खतरनाक हो सकती हैं और आपकी ऑंखें हमेशा के लिए ख़राब हो सकती हैं। चीनी बैटरी और चार्जर का हाल तो आपको पता ही होगा कभी भी फट सकते हैं। कोई भी चीनी सामान ज्यादा टिकाऊ भी नहीं होता है। वैसे तो इन सब बातों का कोई मतलब नहीं रह जाता जब देश की सुरक्षा की बात आती है। बस यहाँ पर एक ही बात पर मेरा जोर है और वो है "स्वदेशी अपनाइये और अपने भारतवर्ष के दुश्मनों को नानी याद दिलाइये"। चीन का घमंड तोड़ने के मौके को हाथ से न गंवाएं भारतीय सामान अपनाएं।
यहाँ पर में आपको इस बात से अवगत करा देना ठीक समझता हूँ की इसमें मेरा कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं है न ही मैं किसी भी इंडियन ब्रांड का मालिक हूँ अभी तक (इस लेख के लिखने तक) और न ही मैं चीनी सामान से किसी प्रकार की अन्य व्यक्तिगत दुश्मनी रखता हूँ मेरा चीनी सामान खरीदने का विरोध सिर्फ मेरे देश के खिलाफ किये गए चीनी कार्य से है जो की इस पोस्ट में चित्र द्वारा भी दर्शया गया है। तो बस एक ही बात ध्यान रखिये की चीनी सामान का बहिष्कार करना है। थोड़ा मुश्किल ही होगा परंतु देश के लिए करना ही पड़ेगा। चीनी सामान के बहिष्कार करने से कई फायदे होंगे पहला तो दुश्मन देश को नुकसान होगा वो हमसे धन अर्जित नहीं कर सकेगा और आतंकवादियों को सहायता करने में असमर्थ बनेगा, दूसरा इससे हमारे देशवाशियों को रोजगार मिलेगा, तीसरा निम्नस्तरीय चीनी सामान से मुक्ति मिलेगी इत्यादि इत्यादि।
वैसे तो मोदीजी एक और कदम उठा चुके हैं आतंकवाद के खिलाफ और वो है १००० और ५०० के नोट बंद करके। मोदीजी ने दुश्मनों को तगड़ी चोट पहुंचाई है इन करेंसी को बंद करके। एक कदम आप भी उठाइये चीनी सामान का विरोध करके।
अगर आपको उपरोक्त बात अच्छी नहीं लगी और आप हिंदुस्तानी हैं तो क्षमा कीजियेगा, और यदि आप चीनी या पाकी हैं तो इसे न ही पढ़ें क्योंकि सबसे पहले तो यह हिंदी लेख आपको समझ में तो आने से रहा और अगर आ भी गया तो भी मुझे कोई परवाह नहीं है क्योकि हिंदुस्तानी हूँ , हिंदुस्तान में ही रहता हूँ, हिंदुस्तान का ही नमक खाता हूँ और हिंदुस्तान के ही गुण गाता हूँ
पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद। वंदे मातरम। आपका दिन शुभ हो।
नोट : उपरोक्त चित्र मेरे द्वारा नहीं बनाया गया है और न ही मेरा इसपर किसी भी प्रकार का मालिकाना हक़ है।